26 January Republic Day Speech in Hindi, 26 जनवरी पर भाषण
गणतंत्र दिवस पर 5 मिनट का भाषण
सुप्रभात सभी सम्माननीय उपस्थित जनों, शिक्षकगण, मेरे प्यारे साथियों और छात्रों,
आज हम सभी यहां एक साथ इस ऐतिहासिक दिन का जश्न मनाने के लिए इकट्ठा हुए हैं, जब हमारा देश 26 जनवरी 1950 को एक गणराज्य बना था। यह दिन हमारे देश के इतिहास में बहुत ही महत्वपूर्ण है क्योंकि इसी दिन भारतीय संविधान को लागू किया गया था और भारत को एक संप्रभु गणराज्य के रूप में पहचान मिली। आज हम इस दिन को गर्व और सम्मान के साथ मनाते हैं, क्योंकि यह दिन हमारे संविधान, हमारी लोकतांत्रिक व्यवस्था और हमारे अधिकारों के सम्मान का प्रतीक है।
हमारा संविधान न केवल एक कानून का दस्तावेज़ है, बल्कि यह हमारे देश की आंतरिक शक्ति, एकता और विविधता का आदर्श भी है। यह हमें हमारे मूलभूत अधिकारों के साथ-साथ कर्तव्यों की भी शिक्षा देता है। हमारे संविधान ने हर नागरिक को समानता, स्वतंत्रता, भाईचारे और न्याय का अधिकार दिया। यह एक ऐसा संविधान है जो हमें धर्म, जाति, लिंग और भाषा के आधार पर किसी भी प्रकार के भेदभाव से बचाता है और एक समान समाज की ओर प्रेरित करता है।
गणतंत्र दिवस का यह पर्व हमें हमारे महान स्वतंत्रता सेनानियों की याद दिलाता है, जिन्होंने अपने प्राणों की आहुति देकर हमें स्वतंत्रता दिलाई। महात्मा गांधी, पंडित नेहरू, भगत सिंह, सुभाष चंद्र बोस, चंद्रशेखर आज़ाद और कई अन्य स्वतंत्रता सेनानियों ने हमें यह सिखाया कि स्वतंत्रता की कीमत क्या होती है। उन्होंने हमें यह समझाया कि देश की आज़ादी केवल एक सपना नहीं था, बल्कि इसके लिए कड़ी मेहनत, बलिदान और संघर्ष की आवश्यकता थी। आज हमें उनका आभार व्यक्त करते हुए उनके दिखाए रास्ते पर चलने का संकल्प लेना चाहिए।
आज हम एक ऐसे देश में जी रहे हैं, जो एक लोकतांत्रिक, धर्मनिरपेक्ष और समाजवादी राष्ट्र है। हमारे संविधान ने हमें स्वतंत्रता का अधिकार दिया है, लेकिन इसके साथ-साथ यह भी बताया है कि स्वतंत्रता के साथ जिम्मेदारी भी आती है। यह हम सभी की जिम्मेदारी है कि हम अपने देश की सेवा करें, अपने कर्तव्यों को निभाएं और समाज में व्याप्त भेदभाव, नफरत और असमानता को समाप्त करने के लिए काम करें।
हमारे देश की सबसे बड़ी ताकत उसकी विविधता है। हम विभिन्न धर्मों, संस्कृतियों, भाषाओं और जातियों के लोग हैं, लेकिन इसके बावजूद हम सभी भारतीय हैं। हमारी एकता ही हमारी शक्ति है। यह संविधान ने हमें बताया है कि हम सभी को एक साथ रहकर अपने राष्ट्र की भलाई के लिए काम करना चाहिए। हमारे देश का संविधान हमें यह सिखाता है कि भले ही हम विभिन्न पृष्ठभूमियों से आते हों, लेकिन हम सभी को समान अवसर और समान अधिकार प्राप्त हैं।
आज के इस ऐतिहासिक दिन पर, हमें यह भी याद रखना चाहिए कि हमारे देश को कई चुनौतियाँ भी हैं। गरीबी, बेरोज़गारी, असमानता और शिक्षा का अभाव जैसे मुद्दे आज भी हमारे समाज में व्याप्त हैं। लेकिन हमें गर्व है कि हम इस देश के नागरिक हैं, क्योंकि हमें अपने अधिकारों का इस्तेमाल करते हुए इन चुनौतियों का सामना करना है। और हमें यह समझना चाहिए कि बदलाव तभी संभव है जब हम अपने देश की सेवा करने के लिए पूरी ईमानदारी और निष्ठा से काम करें।
आज, जब हम गणतंत्र दिवस मना रहे हैं, तो हमें अपने संविधान को सही तरीके से समझने और इसके प्रति अपनी जिम्मेदारी को निभाने का संकल्प लेना चाहिए। हमें यह याद रखना चाहिए कि एक मजबूत राष्ट्र की नींव उसके नागरिकों के कर्तव्यों और जिम्मेदारियों पर आधारित होती है। केवल अपने अधिकारों का उपयोग करना ही नहीं, बल्कि अपने कर्तव्यों को भी समझना और निभाना उतना ही महत्वपूर्ण है।
आज इस मौके पर, हम सभी को यह संकल्प लेना चाहिए कि हम अपने देश को एक बेहतर स्थान बनाने के लिए अपना योगदान देंगे। हम अपने कर्तव्यों का पालन करेंगे, समाज में समानता और न्याय की भावना को फैलाने की कोशिश करेंगे, और हमेशा अपने देश के सम्मान को बनाए रखने के लिए काम करेंगे।
आखिर में, मैं सभी से यह कहूंगा कि देश का विकास केवल सरकार की नीतियों पर निर्भर नहीं करता, बल्कि हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है। हमें अपने कार्यों, विचारों और व्यवहार से यह साबित करना होगा कि हम अपने राष्ट्र के प्रति निष्ठावान और समर्पित हैं।
गणतंत्र दिवस के इस पावन अवसर पर, हम सब मिलकर संकल्प लें कि हम अपने देश को एक आदर्श राष्ट्र बनाएंगे, जहां हर नागरिक को समान अवसर और सम्मान मिले।
जय हिंद!