CSIR UGC NET दिसंबर 2024 शेड्यूल जारी, जानें अहम जानकारी!

CSIR UGC NET दिसंबर 2024 शेड्यूल जारी, जानें अहम जानकारी!

CSIR UGC NET दिसंबर 2024: शेड्यूल जारी, जानें अहम जानकारियाँ

CSIR UGC NET दिसंबर 2024: राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) ने CSIR UGC NET दिसंबर 2024 सत्र के लिए परीक्षा कार्यक्रम जारी कर दिया है। यह परीक्षा 28 फरवरी से 2 मार्च, 2025 के बीच आयोजित की जाएगी। उम्मीदवार आवेदन प्रक्रिया के दौरान अंग्रेज़ी और हिंदी में से अपनी पसंदीदा भाषा का चयन कर सकते हैं।

CSIR UGC NET दिसंबर 2024:

परीक्षा प्रारूप:

  • परीक्षा की अवधि 3 घंटे होगी।
  • इसमें बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs) पूछे जाएंगे।
  • परीक्षा 5 विषयों में आयोजित की जाएगी:
    1. रसायन विज्ञान (Chemical Sciences)
    2. पृथ्वी विज्ञान (Earth Sciences) – जिसमें वायुमंडलीय, समुद्री और ग्रह विज्ञान शामिल हैं।
    3. जीव विज्ञान (Life Sciences)
    4. गणितीय विज्ञान (Mathematical Sciences)
    5. भौतिक विज्ञान (Physical Sciences)

परीक्षा शेड्यूल:

  • गणितीय विज्ञान: 28 फरवरी, 2025
  • पृथ्वी, वायुमंडलीय, समुद्री और ग्रह विज्ञान: 28 फरवरी, 2025
  • रसायन विज्ञान: 28 फरवरी, 2025
  • जीव विज्ञान: 1 मार्च, 2025
  • भौतिक विज्ञान: 2 मार्च, 2025

प्रवेश पत्र और शहर सूचना पर्ची: जिन उम्मीदवारों ने परीक्षा के लिए पंजीकरण कराया है, वे परीक्षा शहर की जानकारी वाली पर्ची (City Slip) और प्रवेश पत्र (Admit Card) आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध होने के बाद डाउनलोड कर सकते हैं।

महत्वपूर्ण संपर्क: यदि उम्मीदवारों को किसी प्रकार की सहायता की आवश्यकता हो, तो वे csirnet@nta.ac.in पर ईमेल कर सकते हैं या NTA हेल्प डेस्क पर संपर्क कर सकते हैं:

  • 📞 011-40759000, 011-69227700

CSIR UGC NET परीक्षा के बारे में:

CSIR UGC NET परीक्षा भारतीय नागरिकों के लिए जूनियर रिसर्च फेलोशिप (JRF), असिस्टेंट प्रोफेसर पदों और भारतीय विश्वविद्यालयों एवं कॉलेजों में PhD कार्यक्रमों में प्रवेश के लिए एक महत्वपूर्ण मूल्यांकन है।

जॉइंट CSIR-UGC NET फेलोशिप कार्यक्रम का उद्देश्य राष्ट्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी मानव संसाधन विकास को बढ़ावा देना है। CSIR हर साल बड़ी संख्या में योग्य उम्मीदवारों को JRF प्रदान करता है।

CSIR (वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद) विज्ञान और प्रौद्योगिकी के विविध क्षेत्रों में अनुसंधान एवं विकास (R&D) के लिए जाना जाता है। इसमें महासागरीय विज्ञान, भू-भौतिकी, रसायन, दवाइयाँ, जीनोमिक्स, बायोटेक्नोलॉजी, नैनोटेक्नोलॉजी, खनन, वैमानिकी, पर्यावरणीय इंजीनियरिंग और सूचना प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्र शामिल हैं। यह समाज से जुड़े कई क्षेत्रों में महत्वपूर्ण तकनीकी हस्तक्षेप प्रदान करता है, जैसे पर्यावरण, स्वास्थ्य, पीने का पानी, खाद्य सुरक्षा, आवास, ऊर्जा और कृषि।

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